Goal Setting: SMART Goal क्या है और इसे कैसे Set करते है ? - Moral Mantra

Goal Setting: SMART Goal क्या है और इसे कैसे Set करते है ?

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Goal Setting  हमारी Life में Success होने के लिए सबसे Important Point है जिसके बिना हम एक कटी पतंग की तरह होते है जिसकी कोई दिशा नहीं होती है , जिधर हवा जाती है पतंग भी उधर चली जाती है। उसी तरह बिना Goal के हम भी Life में इधर-उधर भटकते रहते है। इसलिए Goal Setting करना बहुत ही Important है। इसके पहले के Articles में मैं Goal क्या होता है ? बता चुका हु , साथ ही 5 Powerful Benefits Of Goal Setting In Hindi लक्ष्य बनाने के 5 महत्वपूर्ण फ़ायदे।   और  Goal Setting के लिए SWOT Analyses कैसे करते है बता चूका हु। अगर आपने अभी तक नहीं पढ़ा है तो Link पर Click करके जरूर पढ़ ले। Goal Setting क्या है ?, उसके फ़ायदे और SWOT Analyses करने के बाद अब बात आती है कि Goal कैसे Set करें ?या Goal किस तरह का होना चाहिए कि उसको हम Achieve कर पाए और उस पर हम नज़र रख पाए। उसका एक Simple सा Answer है कि हमारा Goal S.M.A.R.T. होना चाहिए।

 SMART Goal क्या है और इसे कैसे Set करते है ? [What Is SMART Goal And How To Set In Hindi] .



 S  – SPECIFIC ( स्पष्ट , Clear  )

M  – MEASURABLE  ( जिसे मापा जा सके )
 
A  – ACHIEVABLE  ( जिसे प्राप्त किया जा सके )

R  – RELEVANT ( सम्बंधित , Related )

T  TIME BOUND ( समय सीमा में )

1. S  – SPECIFIC ( स्पष्ट , Clear  )

हमारा Goal हमेशा ही स्पष्ट होना चाहिए , तभी हम उसको Achieve कर पाएंगे। यानि जब तक हमारे Mind में Clear नहीं होगा कि Real में हमें करना क्या है , तब तक हम कुछ नहीं कर पाएंगे। सिर्फ गोल-मोल Goal बनाने से कोई मतलब नहीं। जैसे मैं एक Student हु और मेरा Goal है कि मुझे अच्छे Numbers से पास होना है। पर अच्छे का मतलब क्या ?, कितने Number ? या कितने Percent ? Clear नहीं है। या फिर मैं कहुँ कि मुझे बहुत पैसे कमाने है। पर कितने ? Clear नहीं है। या फिर मुझें कुछ दिनों के लिए छुट्टी ले कर घूमने जाना है। पर कब ? Clear नहीं है। यह  तीनों ही Specific Goal नहीं है। इसकी जग़ह मै Goal बनाऊ कि मैं एक Student हु और मुझे अपनी 12th की Exam में 95 % marks लाना है तो Clear है या फिर मुझे 1 corer रूपये कमाने है तो यह भी clear है।  या फिर मुझे इस 20 तारीख़ को 4 दिन की छुट्टी ले कर घुमने जाना है तो यह भी Clear है।
मतलब हम जो भी Goal बनाए वह Specific यानी स्पष्ट, Clear होना चाहिए तभी हम उसके बारे में Plan कर पाएंगे और  उसे Achieve कर पाएंगे। इससे Related Florence Chadwick की स्टोरी आपने जरूर पढ़ी होगी।

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2. M  – MEASURABLE  ( जिसे मापा जा सके )

जब हम कोई Goal बनाते है तो वह Specific के साथ-साथ  Measurable भी होना चाहिए तभी हम उसका Review कर पाएंगे।  मान लो हमें एक Race में उतारा जाये और बोला जाए कि दौड़ो जब तक कि जीत ना जाएँ , पर जीतने का कोई Measurement नहीं रखा है कि कितने Meter या Kilometer दौड़ना है , कोई Ending Point नहीं है  तो क्या होंगा ? हम शुरुआत से ही Demotivate हो जाएंगे , हमको पता ही नहीं रहेगा की हमने कितनी Race Cover कर ली है और कितनी ओर बाकि है। इसलिए हमारा Goal Measurable भी होना चाहिए ताकि हम देख कर जान पाए कि हम कहा तक पहुंचे है।

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3.  A  – ACHIEVABLE  ( जिसे प्राप्त किया जा सके )

हमारा Goal Specific और Measurable होने के साथ-साथ Achievable भी होना चाहिए जो हमें अंदर से , दिल से लगे कि इसको मैं Achieve कर लूँगा।  इसका मतलब यह नहीं है कि हम बड़ा आसान सा Goal बना ले , Goal Challenging होना चाहिए तभी हमारी सही Potential सामने आ पाएंगी , पर हमें लगे कि हा मैं इसे Achieve कर सकता हु।  मान लो मैंने As a Fresher एक बड़ी Company Join की और Goal बना लिया कि मुझे 6 महीने में या एक साल में इस Company का CEO बनना है तो यह Achievable नहीं है क्योकि एक बड़ी Company में CEO बनने के लिए 10 से 15 साल का अनुभव चाहिए।  मतलब हमारा Goal Achievable भी होना चाहिए।

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4. R  – RELEVANT ( सम्बंधित , Related )

RELEVANT  से मतलब हमारा Goal हमारे Atmosphere , Purpose of Life , हमसे सम्बंधित लोग , हमारी Quality या योग्यता से मेल खाना ( Relevant ) चाहिए , विरोधाभाषी ना हो। मान लो मैं Account की पढ़ाई कर रहा हु और मैंने Scientist बनने का Goal बना लिया या मैंने Goal बनाया कि मुझे रोज 1 घण्टे Gym जाना है पर हमेशा ही काम के कारण हफ्ते में 5 दिन बाहर रहना पड़ता है तो यह कैसे पूरा होगा।  यानी हम जो भी Goal बनाए वह हमारी Life से Relevant होना चाहिए।

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 5. – TIME BOUND ( समय सीमा में )

बिना Time Bound के हमारा पूरा Goal Setting करना बेकार है अगर हम एक Time Limit सेट नहीं करेंगे तो हम ना तो Review कर पाएंगे ना ही हमारे अंदर excitement आ पाएगा।  मान लो मेरा एक Goal है कि मैं Rent के मकान में रहता हु और मुझे एक घर लेना है पर कोई Time Limit नहीं है तो यह एक अधूरा और रफ़ Goal है क्योकि यह Goal मुझे Motivation नहीं देता। जब पैसे रहेंगे तब घर ले लूंगा।  पर कब तक ? पता नहीं।  इसकी जग़ह मैंने Goal बनाया कि मुझे June 2017 तक अपना घर लेना है तो मैं इसी हिसाब से Plan करूँगा , Saving करूँगा और अपनी Earning बढ़ाऊंगा और यह Goal मुझे बार-बार Motivate करेगा। इसलिए SMART Goal में Time Bound सबसे Important है।

Note – Time  Bound बहुत कम या बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए। कम Time हमें Stress देगा और ज्यादा Time हमें lazy बनाएगा।

तो इस तरह जब हम एक S  – SPECIFIC ( स्पष्ट , Clear  ), M  – MEASURABLE  ( जिसे मापा जा सके ), A  – ACHIEVABLE  ( जिसे प्राप्त किया जा सके ), R  – RELEVANT ( सम्बंधित , Related ) और – TIME BOUND ( समय सीमा में ) के साथ कोई Goal बनाते है तो यह एक Achievable Goal होता है जो कि बिलकुल नपा-तुला Goal  है इसी को SMART Goal Setting कहते है।

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