गणेश जी से सीखे मैनेजमेंट | learn management form ganesh ji in hindi - Moral Mantra

गणेश जी से सीखे मैनेजमेंट | learn management form ganesh ji in hindi

learn management from ganesh ji in hindi

गणेश चतुर्थी ( Ganesh chaturthi ) कई हजार सालो से मनाई जाती रही है और आगे भी मनाई जाती रहेगी। गणेश जी रिद्धि-सिद्धि के देवता हैं और हर अच्छे काम से पहले उनकी पूजा की जाती है गणेश जी बहुत ही चालाक , चतुर और management के गुरु माने जाते हैं उन्हें ज्ञान का देवता भी कहा जाता है और यही बात उनके अनूठे और सबसे अलग रुप में झलकती है जो हम सीख सकते हैं।

गणेश जी से सीखे मैनेजमेंट ( learn management form Ganesh ji in Hindi )

1 गणेश जी के कान –

गणेश जी के कान बहुत बड़े-बड़े है यह हमें शिक्षा देते हैं कि हमें हमेशा ही अपने कान खुले रखना चाहिए जो भी बात हमसे कही जाती है उसे ध्यान से सुनना चाहिए। management में  यह बहुत ही काम की बात है कि हर काम की बात को ध्यान से सुना जाए। जब हम किसी बात को सुनेंगे तभी हमारे पास उसका knowledge आएगा और हम आगे बढ़ पाएगे। जब हम किसी बात को ध्यान से सुनेंगे तभी उसे Action में ला पाएंगे।

2 गणेश जी की लंबी सूंड –

गणेश जी की बड़ी लंबी सूंड है जो चारो तरफ हिलती रहती है।यह Management का दूसरा पाठ सिखाती है कि अपने आसपास की चीजों से Aware रहे। अगर हम अपने आसपास की बातों से Aware रहेंगे तो हमें उन चीजों का knowledge रहेगा और knowledge ही success की first step है।

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3 . गणेश जी का एक दाँत –

गणेश जी का एक दाँत है इसलिये उन्हें एक दन्त भी कहा जाता है यह हमें बताता है कि हमें single minded होना चाहिए।जब हम कोई काम  करें तो हमारा पूरा Focus उसी पर ही होना चाहिए क्योंकि जब हमारा पूरा Focus रहेगा तो हम उस काम या  Field में जल्दी success पा लेंगे।

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4. गणेश जी का बड़ा सिर –

गणेश जी का बड़ा सिर सिखाता है कि किसी चीज को बिना सोचे समझे, बिना मनन किए मत करो। चतुर बने क्योंकि बिना सोचे समझे किया काम बिगड़ता ही है। आपको गणेश जी की एक बात जरुर याद होगी कि एक बार गणेश जी के माता पिता ने उन्हें और उनके भाई कार्तिक से कहा था कि कौन सबसे पहले पूरी दुनिया के सात चक्कर लगाता है। तब कार्तिक तो मोर पर बैठकर दुनिया के चक्कर लगाने निकल गए लेकिन गणेश जी ने तुरंत अपने माता पिता शिव पार्वती के सात चक्कर लगाए और कहा मेरी पूरी दुनिया तो आप दोनों ही हैं और गणेश जी विजय हुए। अर्थात हमें चालाक और चतुर रहना चाहिए और सभी काम सोच समझ कर करने चाहिये ।

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5. गणेश जी का बड़ा पेट –

गणेश जी का बड़ा पेट है जो हमें सिखाता है हमें कुछ चीजों को हजम करना भी आना चाहिए अर्थात जिन चीजों से विवाद बढ़ सकता है , उनको पेट में ही रखना चाहिए यानी टाल देना चाहिए।

6.गणेश जी के चार हाथ –

गणेश जी के चार हाथ हमें सिखाते हैं कि हमें अपने हाथों पर भरोसा रखना चाहिए और अधिक से अधिक काम करना चाहिए, तभी हमें अच्छे परिणाम यानी लड्डू मिलते हैं।

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7. गणेश जी का वाहन –

गणेश जी का वाहन चूहा है जो हमें सिखाता है कि हमें हमेशा ही गतिशील रहना चाहिए न कि एक जगह स्थिर। तभी हम Successful Life जी सकते हैं। जिस तरह एक तालाब का पानी एक जगह स्थित रहकर कुछ ही दिनों में सड़कर बदबू मारने लगता है उसी तरह अगर हम भी हमारे जीवन में गतिशील नहीं रहे तो Life का interest खत्म हो जाता है।

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8.एक गणेश जी का विचित्र स्वरुप –

गणेश जी का पूरा शरीर ही विचित्र है सबसे अलग और अनोखा है जो हमें सिखाता है कि आप दुनिया की परवाह ना करें। दुनिया आपके बारे में क्या सोचती है, क्या कहती है। दुनिया में आप सिर्फ रूप के कारण नहीं बल्कि अपने गुणों के कारण जाने जाओगे।

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