सभी इंसान दिखने में लगभग एक समान ही होते है सभी के दो हाथ है, दो पैर है और सभी के पास दिमाग है, फिर भी दुनिया में सभी को बराबरी की नजरो से नहीं देखा जाता। स्पेशली काम के मामले में, कुछ लोगों को आठ घंटे काम करने का एक लाख रुपए महीना मिलता
sangthan shkti in hindi संगठन शक्ति 2010 में रीलिज हुई सुपरहिट फिल्म अजब प्रेम की गजब कहानी का हैप्पी क्लब तो याद ही होगा ना और इसी से प्रेरित होकर कॉलेज के पॉच दोस्तो ने मिलकर अपना भी एक संगठन तैयार कर लिया , अब संगठन तो बन गया, अब इसे चलाने के लिए, इसमें
मन में सोच यदि सकारात्मक हो और कुछ कर गुजरने की ललक हो तो मंजिल पाने से हमें कोई नही रोक सकता, इस बीच लाख बाधाएं ही क्यों न आए. अब मंजिल दूर नहीं जरा कदम बढ़ाओ, चलिए इसे एक छोटी सी कहानी से समझते हैं.रायपुर के एक छोटे से गांव एक बच्चा कार्तिक नाम
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत. इस कहावत की मूल कहानी इस प्रकार है – एक व्यापारी के दो बेटे थे, एक का नाम विनय व दूसरा मितेष। दोनो को व्यापारी ने खूब पढ़ाया, अच्छे संस्कार दिए। उनके दोनो बेटे तार्किक बुध्दि वाले व गुणी थे, दोनो एक – दूसरे के सच्चे
आज बच्चे, युवा, बड़े हर किसी की कल्पनाओं को एक नया रंग दे रहे है. जैसे रंगो की दूनिया में बच्चो की खुशियाँ दुगुनी हो जाती हैं ……..और हो भी क्यों न ! उनकी कल्पनीओं, प्रतिभा , विचारों और शौंको को एक खुला आकाश जो मिलता है फिर चाहे क्राफ्ट हो या क्ले, बच्चे उसमें
लगभग हम सभी लोग जानते है और साइंस भी यह सिद्ध कर चुका है कि हम हमारे दिमाग का maximum 10% ही use कर पाते है और इसमे से ज्यादातर हमारा दिमाग बचपन मे ही सब कुछ सीखता है और सबसे ज्यादा active रहता है क्योंकि हम हर रोज कुछ न कुछ नया कर रहे