Ek nai subah hindi story मनोज और नीतू के दो बच्चे है, बड़ी कोमल और छोटा अनुज , दोनो बच्चो के लालन – पालन के अलावा उनके पास एक और जिम्मेदारी है वो है मनोज की बुढ़ी मॉ। सत्तर वर्षीय मनोज की मॉ बहुत कम बात करती है लेकिन जब बात करती तो लोगो के मन
एक टीचर अपने students को law of nature की practical शिक्षा देने के लिए स्कूल की लैब में लेकर जाता है वहां सभी students बड़ी उत्सुकता के साथ प्रोजेक्ट में भाग लेते है, उस लेब में टीचर ने तितली के दो छोटे – छोटे अण्डे ( cocoon ) रखे थे, जिनमें से कुछ ही समय
सभी इंसान दिखने में लगभग एक समान ही होते है सभी के दो हाथ है, दो पैर है और सभी के पास दिमाग है, फिर भी दुनिया में सभी को बराबरी की नजरो से नहीं देखा जाता। स्पेशली काम के मामले में, कुछ लोगों को आठ घंटे काम करने का एक लाख रुपए महीना मिलता
sangthan shkti in hindi संगठन शक्ति 2010 में रीलिज हुई सुपरहिट फिल्म अजब प्रेम की गजब कहानी का हैप्पी क्लब तो याद ही होगा ना और इसी से प्रेरित होकर कॉलेज के पॉच दोस्तो ने मिलकर अपना भी एक संगठन तैयार कर लिया , अब संगठन तो बन गया, अब इसे चलाने के लिए, इसमें
मन में सोच यदि सकारात्मक हो और कुछ कर गुजरने की ललक हो तो मंजिल पाने से हमें कोई नही रोक सकता, इस बीच लाख बाधाएं ही क्यों न आए. अब मंजिल दूर नहीं जरा कदम बढ़ाओ, चलिए इसे एक छोटी सी कहानी से समझते हैं.रायपुर के एक छोटे से गांव एक बच्चा कार्तिक नाम
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत. इस कहावत की मूल कहानी इस प्रकार है – एक व्यापारी के दो बेटे थे, एक का नाम विनय व दूसरा मितेष। दोनो को व्यापारी ने खूब पढ़ाया, अच्छे संस्कार दिए। उनके दोनो बेटे तार्किक बुध्दि वाले व गुणी थे, दोनो एक – दूसरे के सच्चे