लगभग हम सभी लोग जानते है और साइंस भी यह सिद्ध कर चुका है कि हम हमारे दिमाग का maximum 10% ही use कर पाते है और इसमे से ज्यादातर हमारा दिमाग बचपन मे ही सब कुछ सीखता है और सबसे ज्यादा active रहता है क्योंकि हम हर रोज कुछ न कुछ नया कर रहे
एक मिट्टी के टीले पर ऊंचाई पर बाज का घोंसला था , जिसमे उसके अंडे थे। बाज पूरे दिन अपने लिए खाना लेने बाहर जाती और फिर आकर अपने अण्डों पर बैठ कर उन्हे गरम करती ।एक दिन जब बाज खाना लेने गई थी तभी एक बाज के एक अंडे से बच्चा निकलता है और
ज्यादातर संस्कार हमे हमारे घर के बड़े बूढ़ो से ही मिलते है। जो हमारे जीवन मे धीरे – धीरे घुलते है और हमे आगे बढ़ाने मे मदद भी करते है ।इसी तरह एक परिवार मे दादाजी अपने पोते को रोज शाम को गीता का पाठ करवाते थे। और पोता भी हमेशा बड़ी रुचि से दादाजी
एक बार एक मकड़ी एक नए घर मे आती है। घर काफी बड़ा और साफ सुथरा था।मकड़ी भूखी थी वह रहने और शिकार करने के लिए एक जाला बनाने के बारे मे सोचती है। वह कमरे मे एक कोने मे जाला बनाने के बारे मे सोचती है और अपना जाला बनाना शुरु करती है।जब वह
एक बहुत बडी कंपनी होती हैं।जिसकी कई देशोँ में ब्रांच होती है। कंपनी का मालिक बूढ़ा हो चुका होता है। उसने अपनी सारी जिंदगी कंपनी को देकर उसे एक पहचान दी ओर एक बहुत बड़ी कंपनी बनाया। इसी कारण उसने शादी भी नहीँ की थी ओर इसलिए उस कंपनी का उसके बाद कोई वारिस नहीँ
JEET KI AAG STORY IN HINDI जीत की आग school मे class 10th में बच्चो की अपने हिन्दी teacher के साथ कुछ success full लोगोँ पर बात हो रही होती है। तभी एक student खडा होता है और teacher से पूछता है – ” टीचर हम कई लोगोँ के बारे मे newspaper मे पढ़ते है