बहुत समय पहले जब गांधीजी अपने आश्रम में रहा करते थे उस समय अक्सर लोग उनसे मिलने उनके आश्रम आया करते थे । उसमेँ से कई लोग अपनी छोटी – मोटी समस्या भी गांधीजी के सामने रखते थे ।एक दिन गांधी जी से मिलने एक आदमी अपनी पत्नी के साथ आता है और बातोँ बातोँ
पुराने समय मे एक राजा था जो की एक बहुत बड़े क्षेत्र पर राज करता था। उसकी एक बेटी थी और कोई बेटा नहीँ था। एकलौती बेटी होने के कारण राजा अपनी राजकुमारी बेटी से बहुत प्यार करता था। उसकी बेटी अब बडी हो गई गई थी। राजा एक दिन विचार करता है कि मेरी गुणवान
एक बहुत ही ज्ञानी महात्मा थे । जो हमेशा ही लोगोँ को अच्छा जीवन कैसे जीएँ , अपनी समस्याओं से कैसे निपटना है , जिवन मेँ सफल कैसे होते है। आदि बातो पर बहुत ही प्रभावशाली उपदेश देते थे। एक बार महात्मा उनके आश्रम मेँ लोगोँ को उपदेश देते है। उपदेश के बाद सभी लोग
एक गांव था , जहा ज्यादातर लोग अपने खेतोँ में आलू की खेती करते थे। गांव मे सभी किसानो के पास लगभग समान ही जमीन थी और गाँव के पास नदी होने के कारण किसी को पानी की कोई कमी नहीँ होती थी। उसी गाँव मेँ एक सुखीराम नाम का किसान भी था जो बाकी
अकबर बहुत बडे सम्राट थे और बीरबल उनके नवरत्न मंत्रियोँ मेँ से सबसे मुख्य मंत्री थे। बीरबल बहुत ही बुद्धिमान थे और अकबर के सबसे प्रिय मंत्री माने जाते थे। अकबर हमेशा बीरबल से कुछ न कुछ सीखे रहते थे , और बीरबल को हमेशा अपने साथ रखते थे। अकबर और बीरबल अक्सर अपना भेष बदल कर
बीरबल और अकबर के बारे मेँ सभी लोग जानते है। बिरबल अकबर के नवरत्नोँ मेँ से एक थे और सबसे ज्यादा समझदार और चालाक थे। एक बार अकबर और बीरबल जंगल मेँ शिकार के लिए जाते है , शिकार नहीँ मिलने के कारण दोनो जंगल मेँ दूर निकल जाते है ओर शिकार ढूंढते ढूंढते दोपहर