September 27, 2015
Motivational Hindi Story On Mind Power. दिमाग की धार को तेज करें
हम बड़े होते है, हमारे रोज के कामो मे इतने व्यस्त हो जाते है कि कुछ नया करने और सीखने का मौका ही नही मिलता लेकिन यदि हम अपने दिमाग को धार देते रहे तो हम दुनिया मे जल्दी आगे बढ़ सकते है यह सीखा मैने इस कहानी से।
अफ्रीका मे एक पेड़ काटने वाली कंपनी थी जिसमे वहाँ के लोग पेड़ काटने का काम करते थे।
जिसमेँ John नाम का एक worker था जो पिछले 8 सालो से पेड़ काटने का काम कर रहा था।
उसी कंपनी मे एक bill नाम का नया worker लगता है और एक ही साल मे उसकी ( bill ) की सैलरी बढ़ जाती है और प्रमोशन भी मिल जाता है। यह बात john को पता लगती है तो वह कंपनी के मैनेजर के पास जाता है और कहता है – ” सर इस कंपनी मे मेरे साथ अन्याय हो रहा है।”
Manager – ” नही john इस कंपनी को मै manage करता हूँ , ऐसा तो कुछ नहीँ है। अगर तुम्हें कोई problem है तो मुझे बताओ।”
john – ” सर मैं पिछले 8 साल से काम कर रहा हूँ लेकिन मेरा प्रमोशन नही हुआ और सैलरी भी वही है, लेकिन bill जो की एक साल पुराना ही है, उसकी सैलरी बढ़ गई और प्रमोशन भी हो गया जबकि प्रमोशन तो मेरा होना चाहिए था।”
manager – ” देखो तुम बहुत इमानदार और मेहनती हो। मैँ यह बात मानता हूँ लेकिन कंपनी के नियम के अनुसार जो ज्यादा पेड़ काटता है उसे ज्यादा सैलरी मिलती है और प्रमोशन भी जल्दी होता है, तुम पहले भी रोज 4 पेड़ काटते थे और अब भी चार पेड़ ही करते हो, लेकिन bill रोज 8 पेड़ काटता है, इसलिए उसे जल्दी प्रमोशन मिला। तुम भी रोज 8 पेड़ काटो तुम्हें भी प्रमोशन मिल जाएगा।”
यह बात सुनकर john लौट जाता है और रोज से ज्यादा मेहनत करता है और ज्यादा देर तक काम करता है।
कुछ दिनो के बाद john फिर मैनेजर के पास आता है और बोलता है – ” सर मै अब ज्यादा मेहनत कर रहा हूँ और ज्यादा समय तक काम करता हूँ लेकिन फिर भी मै रोज सिर्फ 5 पेड़ ही कर पाता हूँ। bill रोज 8 पेड़ कैसे काटता है।”
manager – ” यह बात तो तुम्हें bill ही बता पाएगा। तुम bill से जाकर पूछ लो।”
अगले दिन john बिना संकोच किए bill के पास जाता है और पूछता है – “bill तुम रोज 8 पेड़ कैसे काट लेते हो ? मै पूरी मेहनत कर के भी सिर्फ 4 से 5 पेड़ ही काट पाता हूँ। क्या तुम मुझे बता सकते हो कि तुम पेड़ कैसे काटते हो।”
bill – ” पहले तुम बताओ john की तुम अपनी कुल्हाड़ी को धार कब लगाए थे ?”
john – ” मैने पिछले हफ्ते ही धार लगायी थी ।”
bill – ” मैं हर पेड़ काटने के बाद दो मिनट का समय निकालता हूँ और अपनी कुल्हाड़ी को धार देता हूँ और जो पेड़ तुम दो घंटे में काटते हो, वह मैं एक घंटे मे ही काट देता हूँ। धार देने वाले दो मिनट मेरे आने वाले 58 मिनट बचा देते है और मै रोज 8 पेड़ काट लेता हूँ।”
यह सुन कर john bill को धन्यवाद देते हुए चला जाता है।
अब वह समझ चूका था कि सिर्फ ज्यादा समय और ज्यादा मेहनत से कुछ नहीं होने वाला इसके साथ – साथ उसे अपनी कुल्हाड़ी को धार देते रहना पड़ेगा। जब भी वह धार देना बंद कर देगा उस समय से उसके कार्य पर प्रभाव पड़ना शूरू हो जाएगा।
john अपनी कुल्हाड़ी मे धार देकर काम शुरु करता है और कुछ ही दिनो मे वह भी प्रमोशन ले लेता है।
उसी कंपनी मे एक bill नाम का नया worker लगता है और एक ही साल मे उसकी ( bill ) की सैलरी बढ़ जाती है और प्रमोशन भी मिल जाता है। यह बात john को पता लगती है तो वह कंपनी के मैनेजर के पास जाता है और कहता है – ” सर इस कंपनी मे मेरे साथ अन्याय हो रहा है।”
Manager – ” नही john इस कंपनी को मै manage करता हूँ , ऐसा तो कुछ नहीँ है। अगर तुम्हें कोई problem है तो मुझे बताओ।”
john – ” सर मैं पिछले 8 साल से काम कर रहा हूँ लेकिन मेरा प्रमोशन नही हुआ और सैलरी भी वही है, लेकिन bill जो की एक साल पुराना ही है, उसकी सैलरी बढ़ गई और प्रमोशन भी हो गया जबकि प्रमोशन तो मेरा होना चाहिए था।”
manager – ” देखो तुम बहुत इमानदार और मेहनती हो। मैँ यह बात मानता हूँ लेकिन कंपनी के नियम के अनुसार जो ज्यादा पेड़ काटता है उसे ज्यादा सैलरी मिलती है और प्रमोशन भी जल्दी होता है, तुम पहले भी रोज 4 पेड़ काटते थे और अब भी चार पेड़ ही करते हो, लेकिन bill रोज 8 पेड़ काटता है, इसलिए उसे जल्दी प्रमोशन मिला। तुम भी रोज 8 पेड़ काटो तुम्हें भी प्रमोशन मिल जाएगा।”
यह बात सुनकर john लौट जाता है और रोज से ज्यादा मेहनत करता है और ज्यादा देर तक काम करता है।
कुछ दिनो के बाद john फिर मैनेजर के पास आता है और बोलता है – ” सर मै अब ज्यादा मेहनत कर रहा हूँ और ज्यादा समय तक काम करता हूँ लेकिन फिर भी मै रोज सिर्फ 5 पेड़ ही कर पाता हूँ। bill रोज 8 पेड़ कैसे काटता है।”
manager – ” यह बात तो तुम्हें bill ही बता पाएगा। तुम bill से जाकर पूछ लो।”
अगले दिन john बिना संकोच किए bill के पास जाता है और पूछता है – “bill तुम रोज 8 पेड़ कैसे काट लेते हो ? मै पूरी मेहनत कर के भी सिर्फ 4 से 5 पेड़ ही काट पाता हूँ। क्या तुम मुझे बता सकते हो कि तुम पेड़ कैसे काटते हो।”
bill – ” पहले तुम बताओ john की तुम अपनी कुल्हाड़ी को धार कब लगाए थे ?”
john – ” मैने पिछले हफ्ते ही धार लगायी थी ।”
bill – ” मैं हर पेड़ काटने के बाद दो मिनट का समय निकालता हूँ और अपनी कुल्हाड़ी को धार देता हूँ और जो पेड़ तुम दो घंटे में काटते हो, वह मैं एक घंटे मे ही काट देता हूँ। धार देने वाले दो मिनट मेरे आने वाले 58 मिनट बचा देते है और मै रोज 8 पेड़ काट लेता हूँ।”
यह सुन कर john bill को धन्यवाद देते हुए चला जाता है।
अब वह समझ चूका था कि सिर्फ ज्यादा समय और ज्यादा मेहनत से कुछ नहीं होने वाला इसके साथ – साथ उसे अपनी कुल्हाड़ी को धार देते रहना पड़ेगा। जब भी वह धार देना बंद कर देगा उस समय से उसके कार्य पर प्रभाव पड़ना शूरू हो जाएगा।
john अपनी कुल्हाड़ी मे धार देकर काम शुरु करता है और कुछ ही दिनो मे वह भी प्रमोशन ले लेता है।
MORAL – दोस्तो हमे हमेशा ही अपनी life मे कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए और अपने दिमाग़ को धार देना चाहिए चाहे हमारी उम्र कुछ भी क्यो न हो।
मैने कुछ दिनो पहले Satya Nadella जो कि Microsoft के CEO बने है, उनके बारे मे पढ़ा था कि वह आज भी नए – नए कोर्स ज्वाइन करते रहते है और नई – नई किताबे पढ़ते है।
उन्हें आज भी नया सीखने मे कोई संकोच नही है और शायद इसीलिए वह इतनी बड़ी पोजीशन पर है।
success वही होते है जो समय के साथ बदलते है और प्रगतिशील रहते है ।
जिस तरह तालाब का पानी एक जगह स्थित होकर कुछ ही दिनो मे सड़कर बदबू देना शुरु कर देता है लेकिन नदी जो हमेशा बहती रहती है प्रगतिशील होती है उसका पानी साफ होता है उसी तरह से जो लोग नई – नई चीजे पढ़कर और सीख कर अपने दिमाग को धार देते है वही दुनिया मे आगे बढ़ते है।
success वही होते है जो समय के साथ बदलते है और प्रगतिशील रहते है ।
जिस तरह तालाब का पानी एक जगह स्थित होकर कुछ ही दिनो मे सड़कर बदबू देना शुरु कर देता है लेकिन नदी जो हमेशा बहती रहती है प्रगतिशील होती है उसका पानी साफ होता है उसी तरह से जो लोग नई – नई चीजे पढ़कर और सीख कर अपने दिमाग को धार देते है वही दुनिया मे आगे बढ़ते है।
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यह आर्टिकल कैसा लगा comments जरूर करे , ताकि हम और useful knowledge post कर पाये। और अगर आप के पास कोई motivational Hindi story या article है तो हमे भेजे हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ पोस्ट करेंगे। Thanks . हमारी e-mail id- moralmantra@gmail.com है।
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About Author
Pavan Choudhary
Hi friends i have 8 years experience of marketing and sales from a sales executive to branch manager. i sale products , teach how to sale , build a team , lead a team and also manage sales office. so this is all about my experience know more about me in About us page .
5 Comments
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बहुत ही उम्दा …. sundar lekh …. Thanks for sharing this nice article!! 🙂 🙂
Wow…..
Real life motivation…..
Great Story…
many thanks to you moral mantra…..really inspirational for all….keep it up
Very interesting story
Nice
Bahut accha lga ye stori aaj se aisi stori roj padha karunga morning me