Swarg Aur Nark Motivational Story In Hindi स्वर्ग और नरक

एक बार एक महात्मा की मृत्यु हो जाती है जो भगवान की भक्ति और दुसरो की सेवा करते थे। उन्हें लेने खुद यमदेव आते है। 

यमदेव उस महात्मा से पुछते “आपकी मृत्यु हो गई है महात्मा ! आपने अपने जीवन में बहुत ही अच्छे कर्म किये है इसलिए आप बताइये आप कहा रहना चाहेंगे स्वर्ग में या नर्क में ?

  महात्मा बोले ” है यमदेव न तो मैंने स्वर्ग देखा है न नर्क। आप पहले मुझे दोनों दिखाइए , फिर ही में वता पाउँगा। 

यमदेव उन्हे पहले नर्क ले जाते है जहा पर एक लम्बी सी table रखी हुई थी उस table पर कई तरह की मिठाईया और भोजन रखा था। और उस table की दोनों और कुछ लोग बैठे थे जिनके हाथो में बहुत लम्बी -लम्बी चमच्चे बंधी हुई थी। वह लोग चमच्चो में मिठाईया लेते और खाने का प्रयास करते पर चमच्च बहुत लम्बी होने के कारण खा नहीं पाते। यह करते हुए सभी लोग रो रहे थे। 

अब यमदेव महात्मा को स्वर्ग  में ले कर जाते है। जहा पर भी same लम्बी table थी बहुत सारी मिठाइयाँ और भोजन था , दोनों तरफ कुछ लोग बैठे थे जिनके हाथो में भी same लम्बी चमच्चे बंधी हुई थी पर यह सभी खुश थे और मुस्कुरा रहे थे क्योकि लम्बी चमच्चे होने के कारण खुद अपनी चमच्च से नहीं खा पा रहे थे पर अपनी चमच्च से सामने वाले व्यक्ति को खिला रहे थे और सामने वाले अपनी चमच्चो से इन्हे। 

इस तरह यह सभी लोग खुश और संतुष्ट थे। 

महात्मा इन्ही लोगो के साथ रहना चुनते है। 

 

इसी तरह से real जिन्दगी में भी वही लोग खुश और संतुष्ट रहते है जो हमेशा दुसरो की मदद करते है। 

और वो लोग जो हमेशा सबकुछ खुद ही लेने का प्रयास करते है हमेशा दुखी और रोते रहते है।

शायद इसीलिए bill gates जो कि बहुत अमीर है अपनी income का बहुत बड़ा हिस्सा हर साल उन लोगो के लिए donate कर देते है जिन्हे शायद वह जानते भी नहीं हैं।

  


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